मैक्स हाॅस्पीटल ने तंबाकू सेवन से होने वाले कैंसर के बारे में दी जानकारी



खोडा। तंबाकू खाने और धूम्रपान करने के घातक प्रभावों के बारे में जागरूकता कायम करने के उद्देष्य से वैशाली स्थित मैक्स हास्पीटल ने आज मरीजों के बीच जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। किसी भी रूप में तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है लेकिन आज जीवनशैली में आ रहे बदलावों के कारण ज्यादा से ज्यादा युवक तंबाकू का सेवन कर रहे हैं जबकि वे इसके दुश्प्रभावों से वाकिफ  हैं। मैक्स हास्पीटल वैशाली की ओर से आज आयोजित संवाददाता सम्मेलन में चिकित्सा विशेषज्ञों  ने तंबाकू सेवन से जुड़े दुष्प्रभावों  एवं इनसे बचने के उपायों के बारे में नवीनतम जानकारियां साझा की। इस मौके पर वे मरीज भी उपस्थित थे जिन्हें तंबाकू सेवन के कारण कैंसर हो गया था और उनका सफल इलाज इसी अस्ताल में किया गया। इन मरीजों में 35 वर्शीय शाहिद भी शामिल हैं जो युवा उद्यमी हैं और उन्हें मुंह का कैंसर हो गया जो पूरे मुंह के भीतर फैल गया था। उसके जबड़े की हड्डी समेत गाल की बाई तरफ घाव हो गया था और इसके कारण वह अपना मुंह खोल पाने में भी असमर्थ था। विस्तृत जांच से पता चला कि वह 10 वर्श से अधिक समय से तंबाकू का सेवन कर रहे थे और उनकी यह लत ही मुंह के चौथे स्टेज के कैंसर का प्रमुख कारण थी। उन्हें सर्जरी कराने तथा सर्जरी के बाद विकिरण चिकित्सा कराने की सलाह दी गई। मैक्स सुपर स्पेशलिटी  हास्पीटल वैशाली के सर्जिकल ओंकोलॉजी यहेड एंड नेक डीएमजी के सहायक निदेशक डा सौरभ अरोड़ा ने बताया जाँच  से पता चला कि शाहिद को चौथे स्टेज का ओरल कैंसर है और उन्हें तत्काल सर्जरी कराने की आवष्यकता है। जांच करने वाले चिकित्सकों की टीम ने सर्जरी करने का फैसला किया जो 8 घंटे तक चला। सर्जरी के जरिए उसके बांए गाल जबड़े और लिम्फ नोड को हटा दिया गया। मरीज के बाद में रिकंस्ट्रक्शन  सर्जरी की गई ताकि उसका रूप नहीं बिगड़े। इसके बाद उन्हें विकिरण चिकित्सा कराने की सलाह दी गई ताकि दुष्प्रभावों  को कम किया जा सके तथा कैंसर कोशिकाओं के फैलाव को रोका जा सके। विशेषज्ञों  ने बताया कि उम्र और लिंग से परे कैंसर सेवन के दुष्प्रभावों से भी उम्र के लोग ग्रस्त हो सकते हैं। मैक्स हास्पीटल वैशाली में ही जीभ के कैंसर से ग्रस्त एक मरीज का इलाज किया गया। नई दिल्ली की 74 वर्षीया अंजली देब चौथे स्टेज के जीभ के कैंसर से ग्रस्त थी और उन्हें तुरंत जीभ की सर्जरी के अलावा रिकंस्ट्रषन सर्जरी कराने की आवशयकता  थी। पिछले चार महीने से उनकी आवाज में भारीपन महसूस किया जा रहा था लेकिन सर्जरी कराने के डर से वह इसकी अनदेखी कर रही थी।  मैक्स हास्पीटल वैशाली में उनकी सर्जरी 10 घंटे तक चली और सर्जरी के जरिए उनकी जीभ को हटा दिया गया तथा उनके हाथ के अगले हिस्से से त्वाचा लेकर जीभ की रिकंस्ट्रक्शन  सर्जरी की गइ। छह माह तक फॉलोअप किया गया और उन्हें रेडिएशन थिरेपी दी गई।  वह किसी दिक्कत के बिना धाराप्रवाह बोलने में सक्षम हो गई हैं।गगन ने कहा मैक्स हास्पीटल में नवीनतम और आधुनिक रेडिएशन थिरेपी उपलब्ध है और इसकी मदद से न केवल कैंसरजन्य कोशिकाओं को पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है बल्कि बहुत अधिक सटीक तकनीक के कारण कैंसरजन्य कोशिकाओं के आसपास के क्षेत्र बिल्कुल अप्रभावित और सुरक्षित रह जाते हैं। अंजली के मामले में हमने जीभ के कैंसर का इलाज किया लेकिन उनके होंठो को कोई नुकसान नहीं पहुंचा जबकि परम्परागत चिकित्सा विधियों में होंठों को भी नुकसान पहुंचता था। आज वह बेहतर जीवन जी रही हैं। आधुनिक प्रौद्योगिकी विशेषज्ञता  पूर्ण क्लिनिकल तौर तरीकों तथा सर्वोत्तम जांच सुविधाओं से लैस मैक्स हेल्थकेयर बहुत ही सूक्ष्म कैंसर का पता लगाने तथा साथ ही साथ कैंसर के अत्यंत गंभीर मामलों का इलाज करने में सक्षम है। मैक्स हास्पीटल के साथ 14 हास्पीटलों का नेटवर्क जुड़ा है और विभिन्न विशेषज्ञताओं  में अत्याधुनिक चिकित्सा की सुविधाएं हैं जिसके कारण मैक्स हास्पीटल अत्यंत व्यापक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने में सक्षम है। डा पवन गुप्ता ने कहा तम्बाकू  छोडऩा बहुत ही आसान है लेकिन लंबे समय तक तंबाकू से बचे रहना चुनौती पूर्ण है। प्रशिक्षित विशेषज्ञों  की ओर से सुनियोजित योजना की मदद से कोई व्यक्ति हमेशा  के लिए तंबाकू छोड़ सकता है और उसे तंबाकू छोडऩे के बाद होने वाले कष्टदायक  लक्षणों का भी सामना नहीं करना पड़ता है। इस योजना में परामर्श  एवं दवाइयां भी शामिल है। आज कई कारगर दवाइयां हैं जो तंबाकू की लत से छुटकारा दिलाती हैं।